बड़ा सवाल : राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द का किसी डा के इलाज के लिए २० लाख जमा करने के सन्देश कितने जायज़ ?
कायस्थ खबर डेस्क I बीते कुछ दिनों से कायस्थ समाज में जाग्रति आई है तो कायस्थ समाज में एक दुसरे के लिए खड़े होने शुरू हुए है I संगत पंगत के दौरान खड़े खड़े ही लोगो ने किसी ज़रूरतमंद या किसी बीमार के लिए पैसे भी जमा किये I लेकिन पिछले कुछ दिनों से लखनऊ से संचालित इस संगठन के बिहाफ पर कुछ लोग रांची के किसी समाजसेवी डाक्टर के इलाज के लिए २० लाख रूपए की रकम जमा करने के सन्देश भेजने में लगे है I
कायस्थ खबर को मिली जानकारी के मुताबिक़ लखनऊ से संचालित राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द संगठन के लिए उसके लोग सभी से संपर्क कर रहे है इसी क्रम में इस संगठन के कई लोगो पिछले दिनों विभिन्न कायस्थ नेताओं से भी बात की I जिसके बाद ये जानकारीकायस्थ खबर को दी गयी I
लेकिन इस पुरे घटना क्रम में कायस्थ समाज के लोगो से पैसो को जमा करने की बात तो कही जा रही है लेकिन कोई भी उनके पेपर्स और इलाज में आने वाले खर्च को जस्टिफाई नहीं कर रहा है कायस्थ खबर ने जब इस बारे मेंलोगो से बात की तो उन्होंने बताया की रास्ट्रीय कायस्थ वृन्द ने ना तो अभी तक आधिकारिक तोर पर पेशेंट के खाते का कोई जिक्र किया है I तो ऐसे में लोग किस खाते में पैसे दें ये एक बड़ा सवाल है ?
ऐसे में सभी लोगो के प्रशन स्वाभिक है की क्या राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द इन पैसो को किस खाते में जमा करवाएगा ? आखिर वो अब तक पेशेंट से सम्बंधित कोई भी पेपर्स क्यूँ नहीं उपलब्ध नहीं करा पाया , मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े लोगो का कहना है जिस बीमारी के लिए वो २० लाख रूपए का खर्च बता रहे है वो उतना नहीं है , इसका मतलब यही है की उक्त संगठन के पास कोई सही जानकारी नहीं है बस लाइमलाइट में आने के लिए उसने ये शुरू किया I दूसरी महत्वपूर्ण बात ये भी है की क्या इस सब में उस फैमली ने डाक्टर होने के बाबजूद भी कोई मेडिकल पालिसी नहीं ली हुई थी क्या जो वो इसमें बिलकुल भी कवर नहीं हो रही है I
गौरतलब है की कायस्थ समाज में ही पिछले कुछ समय से ऐसी घटनाएं भी हुई जब लोगो ने पब्लिसिटी के लिए किसी मरीज का नाम तो बहुत लिया लेकिन उसको ज़मीनी स्तर पर कोई मदद नहीं करी I ऐसे में कायस्थ खबर राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द समेत ऐसे सभी संगठनों से स्वाभिक जबाब का इंतज़ार ज़रूर करेगा राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द चाहे तो वो पेपर्स कायस्थ खबर को उपलब्ध करा सकता है ताकि समाज को सही सन्देश जा सके