Home » चौपाल » भगवान चित्रगुप्त जयंती पर विशेष : जब तक आप कायस्थ परिवारजनों के अलावा समाज का भला नहीं सोचेंगे तब तक ब्रहमांड के अलग अलग हिस्सों में प्रभू श्री चित्रगुप्त के नाम की ध्वनि नहीं सुन सकते

भगवान चित्रगुप्त जयंती पर विशेष : जब तक आप कायस्थ परिवारजनों के अलावा समाज का भला नहीं सोचेंगे तब तक ब्रहमांड के अलग अलग हिस्सों में प्रभू श्री चित्रगुप्त के नाम की ध्वनि नहीं सुन सकते

श्वेता रश्मि I मई में गंगा दशहरा, भगवान श्री चित्रगुप्त का प्रकोटत्सव और विश्व परिवार दिवस के मौके पर ठीक एक साल पहले कायस्थ खबर ने एक अलख जगाई थी और प्रण किया था कि समाज में हम ज्यादा से ज्यादा महिला सशक्तिकरण और भागेदारी का प्रतिशत बढायेगे। और देखिये परिणाम कितना सुखद निकल कर आ रहा है, इलाहाबाद की धरती से इलाहाबाद कि धरती की एक खूबी है यहां गंगा , जमुना, और सरस्वती का मिलन होता है।ठीक इसी तरह कायस्थ, हमारे प्रभू, और पर्यावरण संरक्षण और इकोलॉजी का अभूतपूर्व मिलन की सूत्रधार वो सक्रिय कायस्थ महिलायें बन रही है, जिनकी सक्रियता के पहले भी अनेक उदाहरण सामने आते रहे है। तो इनका अभिनंदन और स्वागत करिये क्योंकि इनमे से कई सोशल मीडिया पर नही है पर समाज के लिए जमीनी स्तर पर अनेक सामाजिक कार्य करती रही है जैसे वृक्षारोपण,गंगा प्रदूषण उपचार,प्रौढ़ शिक्षा,बाल शिक्षा,महिला सशक्तिकरण,मलिन बस्ती उद्धार,एवम मतदान के लिए प्रोत्साहन अभियान इत्यादि।उनसे आप का परिचय बिन्नी ,अपर्णा ,अर्चना ,अनीता ,रेखा ,प्रियंका ,मधुबाला ,नीलम ,कल्पना ,इरफाना , जूली के रूप में समाज होता होगा पर आज के बाद परिचय सक्रिय और सशक्तिकरण सरीखी महिलाओ के रूप में होगा ।जो भजन कीर्तन, भंडारा, सुंदर काण्ड, "महिला सशक्तिकरण",एवं "एकता व विकास" भी उतनी ही ईमानदारी और उत्साह से करती है जितना पर्यावरण को बचाने का काम। क्योंकि मेरा मानना है जब तक आप कायस्थ परिवारजनों के अलावा समाज का भला नहीं सोचेंगे तब तक ब्रहमांड के अलग अलग हिस्सों में प्रभू श्री चित्रगुप्त के नाम की ध्वनि नहीं सुन सकते। समाज के स्वयंभू मठाधीशों की तरह चीखने से और फूट डालने से कोई भला नहीं होगा भला होगा तो अपर्णा जैसी मजबूत महिलाओं के समूह के द्वारा जो परिवार के साथ साथ समाज के लिए भी धूनी रमाये बैठी है और चुपचाप सिर्फ अपना काम कर रही है जो आजकल भोकाली संस्थानों के आ जाने से खत्म होता जा रहा था। ये माह तो पूरा विश्व परिवार दिवस मनायेगा पर हम अपने प्रभू के साथ साथ मां गंगा का उत्सव अपने समाज के साथ मनायेंगे। तो अपनी अपनी घरों की लक्ष्मी का हौसला बुलंद किजिये और आगे बढाने का संकल्प लिजिए।कायस्थ खबर भी अपनी भूमिका और सहयोग इन महिलाओं को समय समय पर देता रहेगा।आप भी इस मुहिम में शामिल हो सकते हैं तो आईये देर नहीं हुई है। श्वेता रश्मि वरिष्ट पत्रकार है और कायस्थ खबर से कंसल्टिंग एडिटर के तोर पर जुडी हैं 

आप की राय

आप की राय

About कायस्थ खबर

कायस्थ खबर(https://kayasthkhabar.com) एक प्रयास है कायस्थ समाज की सभी छोटी से छोटी उपलब्धियो , परेशानिओ को एक मंच देने का ताकि सभी लोग इनसे परिचित हो सके I इसमें आप सभी हमारे साथ जुड़ सकते है , अपनी रचनाये , खबरे , कहानियां , इतिहास से जुडी बातें हमे हमारे मेल ID kayasthakhabar@gmail.com पर भेज सकते है या फिर हमे 7011230466 पर काल कर सकते है अगर आपको लगता है की कायस्थ खबर समाज हित में कार्य कर रहा है तो  इसे चलाने व् कारपोरेट दबाब और राजनीती से मुक्त रखने हेतु अपना छोटा सा सहयोग 9654531723 पर PAYTM करें I आशु भटनागर प्रबंध सम्पादक कायस्थ खबर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*