
कायस्थ पाठशाला चुनावी दंगल : तो क्या एक मुलाक़ात में वापस कोठी के प्रवक्ता हो गए डा विवेक पर आरोप लगाने वाले रवीन्द्र श्रीवास्तव
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ पाठशाला की चुनावी गणित और आपसी प्रतिद्वंदिता चरम पर है I इस पुरे खेल में तमाम पक्ष अपने अपने लोगो के लिए लाबिंग , आरोप प्रत्यारोप का खेल शुरू कर दिए है I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार प्रयाग की धरती पर इस समय के प्रपंचो को देखा कर महाभारत के रणनीति कार भी सोचने लगेंगे की हम तो इनके सामने कुछ भी नहीं थे बहराल सोशल मीडिया पर जंग अब मजेदार होती जा रही हैसूत्रों की माने तो कायस्थ पाठशाला में इस समय 4 दावेदार अपनी अपनी दावेदारी की तैयारी कर रहे है , जिनमे जितेन्द्रनाथ सिंह , टीपी सिंह , डा विवेक और सचिन श्रीवास्तव है I जितेन्द्र नाथ सिंह जहाँ वर्तमान अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के बड़े भाई है तो दुसरे पक्ष टीपी सिंह कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष है हालांकि टीपी सिंह की सदस्यता फ्रीज होने का मामला अभी तक कोर्ट में है इसलिए तीसरे पक्ष डा विवेक अपनी दावेदारी को लेकर आश्वस्त दिख रहे थे I और इसको लेकर अपना वी आर एस तक आप्लाई कर दिए थे I लेकिन डा विवेक के साथ सबसे बड़ी कमी कुशल रणनीति कारो का ना होना भी है जिसके चलते उनके साथ रविन्द्र श्रीवास्तव और कई लोग वर्तमान अध्यक्ष लाबी के खिलाफ डा विवेक के लिये कायस्थ पाठशाला की रणनीति बना रहे थेलेकिन कहते है की डा विवेक के इन सिपाह्सलारो के हेड रविन्द श्रीवास्तव किसी एक पार्टी में अपने चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह से टकरा गए I शादी में हुए अभिवादन के बाद जितेन्द्रनाथ सिंह ने रविस्न्द्र श्रीवास्तव से उनके खिलाफ लाबी में शामिल होने के कारण पूछे और उनको अपने पुराने संबंधो की याद दिलाई और बस यहीं से डा विवेक के तरूप के इक्के को अपना गुलाम बना लिए और डा विवेक पर ही ताबड़तोड़ आरोपों के हमले करने शुरू कर दिएइलाहबाद के नेताओं की माने तो राजनीती में कमजोर डा विवेक के पास जितेन्द्र नाथ सिंह के प्रेम और गरिमामय व्यवहार की कोई काट नहीं है और आज उन्ही का पत्ता उनके खिआफ सोसल मीडिया में शोर मचाये हुए है I सवाल उठाने तक तो फिर भी ठीक था उनकी इमानदारी और पुरखो तक पर सवाल उठा दिए है I बदलाब की इस कहानी और आक्षेपों की गिरती मर्याद में डा विवेक हैरान है की अभी तो चुनाव शुरू भी नहीं हुआ तब उनके साथ के लोग दुसरे खेमे में जा रहे हैं तो जब टीपी सिंह खेमा भी अपनी रणनीति पर उतरेगा तो उनका क्या होगा और इस त्रिकोण का चौथा कौण सचिन श्रीवास्तव जिसके पीछे अभाकाम से निष्काषित लाबी का होना बताया जा रहा है , भी डा विवेक के समीकरण बिगाड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा ऐसे में शेह और मात के खेल में फिलहाल जितेन्द्रनाथ सिंह अपनी सफल चाल चल चुके दीखते है