हमारे वयोवृद्ध बड़े भाई आदरनिए रविनंदन सहाय जी को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के मुख्य धडे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुये करीब एक माह से ज्यादा का वक्त बीत गया। जगह-जगह इनका स्वागत भी हो रहा है। मैं व्यक्तिगत रूप से अपने समाज के सभी भाइयों को निम्नांकित बातें कहना चाहता हूँ। 1। सहाय जी की उम्र एवं सेहत को देखते हुए पटना मे ही सभी क्षेत्रों के कायस्थों को जुट कर सम्मान देना चाहिए। 2। जगह-जगह भ्रमण से उनके अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने एवं समाज हित मे उनके योगदान का समय ही नहीं मिलेगा। अतः उन्हे कार्यालय मे बैठकर मनोयोग से कायस्थ समाज का हित चिंतन एवं संवर्धन के लिए समय देने का अवसर देना ही उनका यथेष्ट सम्मान होगा। 3। हमे लगता है कि उनके संगठन के लोग अपनी प्रसिद्धि, चाटुकारिता एवं स्वार्थ के लिए उन्हे जगह-जगह बुलाकर उन पर जुल्म कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है। 4। आदरणीय रविनंदन सहाय जी अपने संगठन के लिए नए नहीं हैं। सभी क्षेत्र के लोगों को वे बखूबी पहचानते हैं। अतः उनका इस तरह के उपयोग से कोई अधिक लाभ नहीं मिलने वाला। वे अपनी जगह से ही अच्छा संदेश देने मे सक्षम हैं। 5। सोश्ल मीडिया पर चल रहे फोटो से हमारे बड़े भाई शारीरिक रूप से बहुत ही कमजोर एवं बीमार सदृस्य दिख रहे हैं। अतः उनका ख्याल रखा जाना चाहिए। वे सिर्फ महासभा के एक पदाधिकारी मात्र नहीं, पूरे कायस्थ समाज के सम्मानिए हैं। किन परिस्थितियों मे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भार उन्हे सौंपा गया यह समाज से छिपी नहीं है। अगर यही काम श्री सारंग जी पाँच साल पूर्व कर लेते, तो आज इतनी दुर्गति महासभा की नहीं होती। तथास्तु। -महथा ब्रज भूषण सिन्हा। राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय XXXXXX

खुद को चिन्तक बताने वाले स्वयंभू कायस्थ नेता mbb सिन्हा का अभाकाम के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष रविनंदन सहाय पर स्तरहीन कटाक्ष
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ समाज में नताओ की खीचतान यु तो कोई नयी बात नहीं है लेकिन फिर भी सामाजिक मर्याद का ध्यान रखने की अपेक्षा हमेशा की जाती है लेकिन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर अपनी कुंठित भड़ास निकालना कुछ लोगो की आदत बन गयी है I ऐसे ही अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के विभिन्न गुटों में रहे और फिर खुद का एक संगठन बना लिए स्वयम्भू नेता और चिन्तक है श्री मान mbb सिन्हा Iइनकी कुंता का ये आलम है की इनको कायस्थ समाज में हर किसी पर आलोचना करने का स्व अधिकार प्राप्त है ये पहले भी तमाम ऐसी हरकते कर चुके हैं जिसके चलते लोग इनको किनारे कर चुके हैं लेकिन अब इनका साहस इतना बढ़ गया है की इन्होने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष रविनंदन सहाय के लिए उनकी उम्र को उनकी अक्षमता बता कर तमाम गाथा सोशल मीडिया में लिख दी है I कायस्थ खबर इनकी सोशल मीडिया में वायरन हो रही पोस्ट को यहाँ दे रहा है जिसके बाद समाज ही फैसला करें की क्या ऐसे व्यक्ति को सही कहा जाएगा