
जिन रवि भूषण जी को अगर जाती से इतनी परेशानी है उन्हें अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का संरक्षक किसने बनाया ?
कायस्थ खबर डेस्क I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा(KADOM) के देहरादून कार्यक्रम से विवाद एक के बाद एक बाहर आते जा रहे है I अभी कायस्थ समाज रवि भूषण के जुते पहन कर भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने पर सवाल ही उठा रहे थे की अब उनका विवादस्पद बयान भी सामने आ गया है Iदेहरादून की लोकल खबरों के अनुसार रवि भूषण कायस्थ महासभा के कार्यक्रम में कायस्थों से जातीय सरनेम हटाने की सलाह देते नजर आ रहे है I गौरतलब है की महासभा के KADOM जैसे विवास्पद निर्णय के बाद अब इन्ही के संरक्षक का कायस्थ सरनेम हटाने की महीम भी समाज को ख़तम करने की साजिश प्रतीत हो रही है Iअखिल भारतीय कायस्थ महासभा (KADOM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों को इस बात का जबाब देना चाहए की आखिर उन्हें कायस्थ जाती को समाप्त करने का ठेका किसने दिया है क्यूँ उनके कार्यक्रमों में कायस्थ समाज से जातीय सरनेम हटाने की सलाहे दी जा रही हैऐसे बुद्धिजीवी कायस्थ समाज में की महासभाओ में संरक्षक की भूमिका कैसे निभा सकते है जो जातीय अस्मिता पर ही दांव लगा दें I