कानाफूसी : नॉएडा कायस्थ सभा ने मूर्ति स्थापना दिवस का समारोह किया या रविनंदन सहाय का सम्मान समारोह , समाज असमंजस में
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ समाज में यु तो विवादों और गासिप की कमी कभी रहती नहीं है लेकिन नॉएडा में पुरे दिन अगर किसी बात की चर्चा रही तो इस बात की कि आखिर सेकटर ५५ मंदिर में हुए समारोह को क्या समझा जाए ?
जानकारी के मुताबिक़ आज का कार्यक्रम सेकटर ५५ मंदिर में स्थापित भगवान् चित्रगुप्त के प्रतिमा के 8 साल पुरे होने के उपलक्ष्य में था I लेकिन मंदिर में प्रतिमा स्थापना से जुड़े एक पुराने कायस्थ समाज सेवी ने इस बात पर सवाल उठाया की आखिर ये मूर्ति स्थापना का वार्षिक स्थापना दिवस कैसे हो सकता है , क्योंकि उनके अनुसार मूर्ति स्थापना 9 मई २०१० को हुआ था I ऐसे में क्या इसे उत्तर भारत में हो रहे प्राकट्य उत्सव के तोर पर मनाया गया है क्योंकि मध्य प्रदेश , राजस्थान और उत्तर प्रदेश के एक बड़े हिस्से में आज प्रकट उत्सव भी मनाया गया है I
लोगो की आपत्ति इस बात पर भी थी आखिर पूजा के दौरान कार्यक्रम में जूस , फल कैसे वितरित हो रहे थे , आखिर पूजा समारोह में पूजा के उपरान्त ही प्रसाद वितरण जैसी बातें होती है और किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में ऐसी बातें नहीं होनी चाहए
लेकिन गासिपिंग अगर यहीं तक होती तो शायद बात ख़तम हो जाती , इस पुरे प्रकरण में ट्विष्ट तब आ गया है जब इसी कार्यक्रम को बीच में रोक कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष का सम्मान समारोह भी रख दिया गया I ऐसे में जो भी लोग इस कार्यक्रम में पूजा के लिए पहुंचे थे वो पूजा के बीच में सम्मान समारोह से व्यथित नजर आए क्योंकि हवन का कार्यक्रम सम्मान समारोह के बाद शुरू किया गया
उधर सम्मान समारोह भी इस खीचातानी में बस एक खानापूर्ति से ज्यदा नहीं रह गया I इसके कई पूर्व अध्यक्ष और बड़े पदाधिकारी भी कार्यक्रम में नहीं दिखाई दे रहे थे ,सम्मान समारोह के लिए नॉएडा गाजियाबाद से आये लोगो ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सम्मान के तोर पर इसे बेहद कमजोर कार्यक्रम माना और पुरे कार्यक्रम में यही चर्चा रही की इससे तो सम्मान समारोह का कार्यक्रम बाद में ही रख लिया जाता क्योंकि एक राष्ट्रीय अध्यक्ष के सम्मान में अगर शहर के गणमान्य लोगो की अनुपस्थिति भी राष्ट्रीय नेता का मान कम करती है I
ऐसे में नॉएडा में कायस्थ समाज के संगठन को लेकर आपसी खीच तान एक बार फिर से चर्चा का विषय बन रही है