प्रमोद श्रीवास्तव के आरोपों से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (कडोम) के राष्ट्रीय महामंत्री ग्रुपों को छोड़ कर भागे
कायस्थ खबर डेस्क I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (कडोम ) के राष्ट्रीय महामंत्री एक बार फिर से विवादों में हैं I बीते दिनों अभाकाम हरियाणा से जुड़े प्रमोद श्रीवास्तव ने जब राष्ट्रीय महामंत्री विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ के उपर ब्लैकमेलिंग के तमाम आरोप लगाए तो राष्ट्रीय महामन्त्री पहले तो बड़े तैश में आकर बोले की उनके दरवाजे पर आकर सवाल पूछे लोग तब वो जबाब देंगे I
जानिए क्या है ? प्रमोद श्रीवास्तव के विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ पर आरोप
ऐसे में जब उनको लोगो ने ऐसी भाषा के लिए घमंडी कहा तो जनाब अब सब ग्रुपों से भागना शुरू कर दिए है I लेकिन बड़ा सवाल ये है की क्या वाकई कायस्थों को ऐसे भगोड़े नेताओं की ज़रूरत है जो समय पड़ें पर या फिर समाज के लोगो द्वारा जबाब मांगे जाने पर मुह छिपा कर भाग जाए I
अगर वाकई प्रमोद श्रीवास्तव के आरोपों में कोई दम नहीं था तो क्यूँ विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ समाज से भागते फिर रहे है ?
आखिर विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ पर ही इतने विवाद क्यूँ होते है ?
आखिर क्या कारन है की ३ अध्यक्ष बदल गये है लेकिन विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ आज तक राष्ट्रीय महामन्त्री ही बने हुए है ?
गौरतलब है की विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ पहली भी कई विवादों में फंसे रहे है उन पर पहली भी एक विधवा के लिए ५०००० की मदद करने की घोषणा के बाद गायब हो जाने के आरोप हैं I जिसको लेकर आज तक वो हवा हवाई घोषणा ही बाकी है I महासभा को जान्ने वाले कहते है की विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ ने महासभा में उप्जातिवाद को भी बढावा दिया है , उन्होंने कार्यकारी महामन्त्री भी अपने क्षेत्र के किसी कुलश्रेष्ठ को ही बनाया हुआ ताकि समय आने पर उनको राष्ट्रीय महामंत्री बना सके I कहने वाले तो ये भी कह रहे है की वो व्यक्ति इन्ही का रिश्तेदार भी है तो क्या अखिल भारतीय कायस्थ महासभा अब समाजवादी पारिवारिक माडल पर चल पड़ी है जिसमे एक बाद कोई आदमी बड़े पद पर पहुँच जाए तो वो अपने पुरे खान दान को संगठन में स्थापित कर दें, अंदर के सूत्रों की माने तो महमंत्री अपनी बातो को मनवाने के लिए अक्सर मह्सभा के लोगो को सब कुछ छोड़ देने की धमकी तक देते , जिसक बाद लोग इनकी मनमानी को बर्दाश्त कर जाते है लेकिन समाज के सामने कभी समाज हिट में अपना इस्तीफ नहीं देते
कायस्थ खबर ने विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ से व्यक्तिगत पर भी सवाल पूछने की कोशिश की लेकिन उनकी तरफ से कोई जबाब नहीं आया I ऐसे में कायस्थ खबर का बड़ा सवाल यही है की अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (कडोम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय क्या वाकई अध्यक्ष हैं या फिर पुराने अध्यक्षों की तरह राष्ट्रीय महामन्त्री के रबर स्टाम्प है , क्या ऐसे महामंत्री को समाज स्वीकारत है या फिर क्या सब समय आ गया है जब ऐसे संगठन को ही नकार दे कायस्थ समाज