
कायस्थ पाठशाला में घमासान, पूर्व अध्यक्ष टी पी सिंह निष्काषित – सम्मान के लिए लड़ेंगे कानूनी लड़ाई
कायस्थ समाज के सबसे बड़े ट्रस्ट कायस्थ पाठशाला में पिछले कुछ समय से चल रहा विवाद अब सार्वजनिक हो गया है I ताजा विवाद में इलाहाबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता और कायस्थ पाठशाला के पुर अध्यक्ष टी पी सिंह को ही ट्रस्ट से निष्काषित कर दिया गया है I उधार टीपी ससिंह ने भी इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने के संकेत दिए हैक्या हुआ सभा में ?कायस्थ पाठशाला के अतिरिक्त सचिव मीडिया अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा प्रेस के लिए पत्र के अनुसार पिछले साल चुनाव में टीपी सिंह की हार गये थे और चौधरी राघवेन्द्र नाथ सिंह नए अध्यक्ष बने थे I लेकिन टी पी सिंह ने इन चुनाव को कायस्थ पाठशाला के ट्रिब्यूनल में चुनोती दी थी और इसके एक सदस्य के लिए कुछ टिप्पड़ी भी की थी जिसका प्रकाशन कायस्थ पाठशाला ट्रस्ट के मुखपत्र कायस्थ समाचार में हुआ थाइसी टिप्पड़ी के आधार पर उनका निष्काशन किया गया I रविवार को होने वाली इस बैठक के लिए दोनों पक्षों की और से कई दिनों से बैठको का दौर ज़ारी था , हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था I लेकिन बैठक वाले दिन उनके समर्थन में मात्र २ लोग ही आये I जिसके बाद उनके निष्काशन की प्रक्रिया कर दी गयी I इस सिलसिले में चौधरी राघवेन्द्र नाथ सिंह का कहना है की निष्काशन का निर्णय कार्य्क्रारनी का है अध्यक्ष का नहीं I हालांकि पूर्व में इस सभा के लिए टी पी सिंह के समर्थको के आक्रोश के अंदाजे को देखते हूँ पुलिस बल की भी वयवस्था की गयी थीकौन है टीपी सिंह ?टी पी सिंह इलाहबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता है I और कायस्थ समाज के सबसे बड़े ट्रस्ट कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष है I वो अखिल भारतीय कायस्थ महा सभा के एक पक्षकार के अधिवक्ता भी हैं और उनकी तरफ से अध्यक्ष पद को लेकर हुए विवाद में कानूनी लड़ाई भी लढ़ रहे हैआगे क्या होगा ? इस पुरे मसले पर टीपी सिंह का पूर्ण वक्व्य नहीं मिल सका है हालांकि सूत्रों के अनुसार टीपी सिंह ने इसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है I गौरतलब है की टीपी सिग्न पिछले दिनों उनके बड़े भाई की म्रत्यु होने के कारण उनकी संस्कार से सम्बंधित कार्यो में वयस्त थे