हमारे कायस्थ समाज में नकारात्मकता को इतना अधिक बढ़ा दिया गया है और यह सोच आज नहीं डाली गई है किसी के मन में
बचपन से ही सुनते आ रहे हैं कायस्थ चालाक होते हैं कायस्थ का बच्चा कभी ना सच्चा कायस्थ किसी के सगे नहीं होते कायस्थ लोगों में एकता नहीं होती कायस्थ लोग जलते हैं आपस में एक दूसरे से
यह बातें समाज के अंदर किसने फैलाई मैंने आपने नहीं छोटे से सुनते आ रहे हैं आसपास के लोगों से और वही धारणा वर्तमान पीढ़ी की बन चुकी है और यही धारणा आने वाली पीढ़ी के मन में भी बैठाई जा रही है
अभी मुद्दा चल रहा है आरक्षण का तो सभी लोग अपने-अपने तर्क रख रहे हैं कुछ लोग तो आरक्षण को ऐसी बैसाखी मान रहे हैं जैसे कि 1 दिन में उनका जीवन परिवर्तित हो जाएगा समाज में मैं ऐसे कितने sc.st.obc के लोगों को जानता हूं जिन्होंने उच्च शिक्षा ली है लेकिन काबिलियत ना होने की वजह से वह लोग बेरोजगार है तो आरक्षण कोई मापदंड नहीं है आपको जीवन में आगे बढ़ा देगा
और कुछ लोग बोलते हैं आपने कितने कायस्थ लोगों की मदद की मैं बोलता हूं आप अपने परिवार सगे संबंधियों चाचा ताऊ मौसी मामा बुआ इन्हीं लोगों में जो भी आपके छोटे भाई बहन हैं उनको सही मार्गदर्शन दें जरूरी नहीं है मदद सिर्फ पैसे से की जाए आप विश्वास भरे आप उन्हें अपना इतिहास बताएं आप उन्हें बताएं कि हमारी अपनी परंपरा क्या रही है लेकिन हम कुछ नहीं बताते
हममें से कितने लोग हैं जिन्हें खुद नहीं पता कि कायस्थ कौन होते हैं भाई सब लोग गूगल विकिपीडिया करते हैं वहां से कॉपी पेस्ट करते हैं और अपने आप को ज्ञानी पुरुष समझते हैं
छोटे पर अगर आप किसी बच्चे से कहते हो कि बेटा तुमसे कुछ ना हो पाएगा तुम बेकार हो और बार-बार उससे ही बात कही जाती है तो वह वास्तव में वैसा बन जाता है और यही बात कहीं ना कहीं हमारे समाज के साथ रही है
कहीं उठो बैठो अरे कायस्थ हैं बड़े दिमाग वाले होते हैं इनसे बच के रहना यह किसी के सगे नहीं होते
अरे भैया हम लोगों ने किस का बुरा कर दिया बताओ तो सही
आरक्षण की बैसाखी अब दी जा रही है आजादी के 75 साल बाद यह तो वही बात हुई कोई सेल लगी है obc की और जब सारे अच्छे कपड़े निकल गए और जब दूसरी जगह बिल्कुल नई सेल लगी है ईडब्ल्यूएस की तो वहां से हमें दूर किया जा रहा है और जो पुरानी सेल लगी है obc वहां पर जबरदस्ती बुलाया जा रहा है बेकार कपड़े बचे हैं तो बोला जा रहा है कि भैया आपके लिए भी सुविधा है obc की मौके का फायदा उठाएं और कुछ लोग बिना सोचे समझे बस भागे जा रहे हैं
एक बात हमेशा याद रखना अगर आपको कोई अनजान व्यक्ति समाज संस्था सरकार आपकी की मदद कर रही है बिना स्वार्थ के और आप उस मदद को स्वीकार कर रहे हैं तो आप की हानि होना निश्चित है
बातें तो बहुत है लेकिन मेरा सबसे एक निवेदन है कम से कम अपने आप से कायस्थ समाज के लिए गलत बातें कहना बंद करें यह कार्य सभी कर सकते हैं इसमें किसी का कोई पैसा नहीं जा रहा जो यह मनगढ़ंत वाक्य बने हुए हैं उल्टे सीधे कायस्थों के लिए उसका प्रयोग कोई भी करता है आसपास तो सर्वप्रथम उसको रोके और समझाएं तथा उनसे ऐसा पूछे कि आप किशन ऐसा का एक व्यक्ति ने क्या कर दिया जो आप ऐसा बोल रहे हैं तब आप की एकता ताकत समाज को अपने आप दिख जाएगी उसके लिए जरूरी नहीं है कि आप रोड पर उतरे धरना प्रदर्शन करें
यह एक ऐसा कार्य करने के लिए मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं जिसकी कोई राशि नहीं यह अपने समाज के पुनरुत्थान के लिए आपकी तरफ से एक योगदान ही माना जाएगा
Veenu Shrivastav